नाहन (एमबीएम न्यूज): शिलाई क्षेत्र से बेटियों की तस्करी को लेकर कांग्रेस व भाजपा के सुर मिले हैं। शुक्रवार को भाजपा विधायक बलदेव तोमर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की तो रोजगार सृजन बोर्ड के अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान ने यहां पत्रकारवार्ता की। लेकिन दोनों की बातें एक ही थी। यानि, शिलाई की लड़कियों की तस्करी को लेकर इंकार। मीडिया में आ रही खबरों पर ट्रांसगिरि क्षेत्र में खासा बवाल मच गया है।
पत्रकारवार्ता में बोले हर्षवर्धन चौहान …
शिलाई क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं रोजगार सृजन एवं संचालन समिति अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहा कि लड़कियों की तस्करी को लेकर बन रही सुर्खियों से ट्रांसगिरि क्षेत्र की जनता को मानसिक आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास शिक्षा के क्षेत्र में हुआ है। शिलाई डिग्री कॉलेज में कुल 800 में 500 की संख्या लड़कियों की हैं। 65 फीसदी लड़कियां स्कूलों में पढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की लड़कियां अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी भी रही हैं।
हाल ही में कमीशन पास करने वाली लडक़ी भी ट्रांसगिरी क्षेत्र से हैं। वहीं जिला सिरमौर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व जिला परिषद अध्यक्ष दिलीप चौहान ने कहा कि क्षेत्र की लड़कियां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि एक घटना के आधार पर पूरे क्षेत्र को बदनाम नहीं किया जा सकता है।
प्रेस ब्यान के जरिए बोले बलदेव …
शिलाई क्षेत्र से लड़कियों की तस्करी की समाचारपत्र में प्रकाशित खबरों की शिलाई के विधायक बलदेव तोमर ने खंडन किया है। शुक्रवार को यहां जारी बयान में उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र को बदनाम किया जा रहा है। इस तरह की खबरों से समूचे क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है। विधायक ने कहा कि शिलाई ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश से राज्य के बाहर विवाह होते हैं। उन्होंने कहा कि तस्करी से संबंधित जो खबरें आ रही है वह सिर्फ न के बराबर है।
अधिकांश लोगों ने अपनी लड़कियों की शादियां दूसरे राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी में करवाई है। सभी लड़कियों का जीवन अच्छे ढंग से चल रहा है। शिलाई और पांवटा साहिब के साथ उत्तराखंड और हरियाणा की सीमाएं लगती हैं। इसलिए क्षेत्र के लोगों के विवाह आपसी सहमति से होते हैं। तोमर ने कहा कि तस्करी की कुछेक घटनाएं जरूर हो सकती है, जो चिंता का विषय है। मगर उन विशेष घटनाओं की जांच होनी चाहिए, न कि पूरे क्षेत्र को इस तस्करी के मामले में बदनाम किया जाना चाहिए।