शिमला (एमबीएम न्यूज) : राजधानी में इस बार मौसम हर दिन नए रिकार्ड बना रहा है। बुधवार को दिन की शुरूआत खिली धूप से हुई, लेकिन दोपहर बाद अचानक बर्फ के फाहे गिरने शुरू हो गए। मौसम के बदलते मिजाज से पर्यटन भी दंग रह गए। बर्फ के हल्के फाहों के बीच उन्होंने जमकर जश्न मनाया। इससे पहले शिमला में 6 व 7 जनवरी को दो फुट से अधिक बर्फबारी हुई थी। जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया था।
करीब 25 सालों बाद शिमलावासियों ने इतनी अधिक बर्फबारी का नजारा देखा। इस बीच शिमला में बीती रात सर्दी ने कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया। राजधानी का न्यूनतम तापमान माइनिस 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इससे पहले जनवरी माह में वर्ष 2011 में पारा माइनिस 3.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। वर्ष 1992 में शिमला अत्यधिक ठण्डा रहा था, तब यहां का पारा माइनस 5.3 डिग्री पहुंच गया था। शिमला में ठंड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते चार दिनों से यहां का पारा माइनस में चल रहा है। ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पानी की पाइपें जम जाने से शहर में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
पर्यटन नगरी मनाली में भी लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। बीती रात यहां सीजन की सबसे सर्द रात रही और न्यूनतम तापमान माइनस 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति का केलांग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा। यहां तापमान माइनस 11.4 डिग्री दर्ज किया गया। इसी तरह किन्नौर जिले के कल्पा में माइनस 8.6 डिग्री रहा। शिमला से सटे सोलन में पारा माइनस 1, सुंदरनगर में 0.4, ऊना में 0.6 और कांगड़ा में 0.7 डिग्री दर्ज किया गया।
इस बीच मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में राज्य में बर्फबारी का दौर फिर शुरू हो सकता है। जिससे पारे में और अधिक गिरावट आने से ठंड का असर और अधिक बढेगा। विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि 14 से 17 जनवरी तक प्रदेश में फिर से भारी हिमपात हो सकता है।