मंडी (वी.कुमार): जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन जाएगा, जहां पर डॉक्टर की अनुमति के बिना नशीली दवाईयों को बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा। खास बात यह है कि इस कदम को दवाई विक्रेताओं ने अपने स्तर पर उठाया है। हालांकि सरकार के दिशा निर्देश भी कुछ ऐसे ही हैं लेकिन अधिकतर दुकानदार बिना अनुमति के भी नशीली दवाईयों को बेच देते हैं, परंतु अब इस पर रोक लगने जा रही है। इस बात की जानकारी हिमाचल प्रदेश कैमिस्ट एंड ड्रग्सिट एसोसिएशन के महासचिव प्यारे लाल गुप्ता ने दी।
प्यारे लाल गुप्ता ने बताया कि जिला के सभी दवाई विक्रेताओं ने तय किया है कि वह ऐसी दवाईयों को बिना डॉक्टर की अनुमति के नहीं बेचेंगे जिनमें नशे की मात्रा होती है। डॉक्टर के लिखे जाने के बाद पर्ची पर इस बात की मोहर लगा दी जाएगी कि उक्त व्यक्ति को यह दवाई दी जा चुकी है, ताकि वह किसी दूसरी दुकान पर जाकर फिर से उस दवाई की खरीद न करें।
बता दें कि कुछ दवाईयां ऐसी होती हैं जिनमें नशे की कुछ मात्रा होती है लेकिन लोग इन दवाईयों का इस्तेमाल नशे के तौर पर ही करने लग जाते हैं। इसी प्रथा को रोकने के लिए मंडी जिला के दवाई विक्रेताओं ने यह निर्णय लिया है। 22 जनवरी को इस उपलक्ष पर जिला स्तरीय कार्यक्रम मंडी में आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करके इस बात का ऐलान करेंगे।