शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल विधानसभा के बजट अधिवेशन के लिए सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। पहली मार्च से शुरू हो रहे 21 बैठकों वाले इस आखिरी बजट अधिवेशन के लिए लगभग 550 के तारांकित तथा अतारांकित प्रश्न विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हुए हैं। अधिवेशन के दौरान 18 से 26 मार्च तक अवकाश रहेगा।
विधानसभा के सचिव सुंदर सिंह वर्मा ने बताया कि अभी तक सचिवालय को बहुत कम ध्यान आकर्षण प्रस्ताव मिले हैं। विधेयकों के बारे में अभी सरकार की ओर से कोई सूचना नहीं प्राप्त हुई है। वर्ष 2017-18 का प्रदेश सरकार का बजट 10 मार्च को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पेश करेंगे, जिनके पास वित विभाग भी है। 9 मार्च को आर्थिक सर्वेक्षण सदन में पेश होगा।
अधिवेशन शांतिपूर्ण ढंग से चले, इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने सभी दलों की एक बैठक 28 फरवरी को बुलाई है। दोनों प्रमुख दल भाजपा तथा सतारूढ कांग्रेस विधायक दल 28 फरवरी को अपनी-अपनी रणनीति तय करेंगे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक विभिन्न मुददों पर अपनी रणनीति प्रतिदिन अधिवेशन शुरू होने से पहले तय की जाएगी।
एक बात साफ नजर आ रही है कि बेरोजगारी भत्ता देने का मुददा सदन में प्रमुखता से छाया रहेगा तथा इसे लेकर भाजपा सरकार को कठघड़े में खड़ा करेगी। वैसे तो वीरभद्र सिंह सरकार के विरूद्व भाजपा अपनी चार्जशीट के मुददों को भी उठाएगी। इसके अलावा बागवानी विभाग द्वारा रोगी सेब के पौधों का आयात का मामला भी सदन में जोर-शोर से उठ सकता है।
अधिवेशन के दौरान मुख्य सूचना अधिकारी का काफी समय से रिक्त पड़ा पद तथा प्रशासनिक संबंधी कुछ अन्य मुददों पर भी भाजपा सरकार का ध्यान आकर्षित करेगी।