कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : कोठी गोपालपुर के गढ़पति बंजार घाटी के तथा लगभग 70 गांव के अराध्य देवता छमांहु नाग अपने एतिहासिक दौरे में 9 वर्षो बाद नगर के जगती पटट पंहुचेगें। मंगलवार देर शाम तक देवता ने अपने हजारों हारियानों के साथ नगर में दस्तक दे दी। रात्री के समय नगर पंहुचते ही देव झुणा का आयोजन किया गया। इसके बाद आरती के बाद यहां रात्री भर भजन कीर्तन भी चलता रहा। प्रातः काल के समय देव पूजा अर्जना के बाद देवता के सुवर्ण रथ को नगर के एतिहासिक जगती पटट लाया जाएगा और यहां पर देव कचहरी के साथ देव गण भारथा का भी आयोजन किया जाएगा। वहीं देवता हजारों लोगोे की उपस्थिती में देव भविष्यवाणी भी करेगें ।
इस पूरे कार्यक्रम में जहां देवता छमांहु नाग के गुर विशेष रूप से देव कचहरी भाग लेगें। वहीं सहयोगी देवता करथा नाग ,वासुकी नाग, खरिहड़ु, देवता थाण, रींगु नाग,एवं खोडू़ महादेव के गुर भी इस देव कचहरी में भाग लेंगें। इस भव्य देव मिलन के तुरन्त बाद देवता के सुवर्ण रथ को वहां से वापिस बंजार के लिए रवाना किया जाएगा। गौर हो कि आज से नौ वर्ष पहले भी जिला में सूखे के चलते जब जनता हताश और निराश हो गई थी तब भी देवता की इस यात्रा का आयोजन किया गया था। वर्तमान समय में भी देव समाज संकट के दौर से गुजर रहा है ऐसे में इस यात्रा को और भी अहम माना जा रहा है ।
देवता के कारदार मोहन सिंह, गुर चेतराम तथा जय सिंह पुजारी महेन्द्र शार्मा तथा सोहन लाल भंडारी तेज राम , ठाकुर तुलसीराम, धामी कर्म सिंह, पालसरा लुदर चंद, काईथ खुबराम सहित कई देव कामदारों ने यात्रा के विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा अपने आप में एतिहासिक है और इससे देवसमाज पर आने वाले संकट का निर्णय होगा। उन्होने कहा कि वर्तमान में देव समाज के प्रति लोगों की आस्था कम होती जा रही है वहीं सरकार तथा प्रशासन का भी देवसमाज के प्रति रूखा रवैया होता जा रहा है इससे जहां हमारी देव संस्कृति विलुप्त होने लगी है वहीं देव समाज से जुड़े लोगों को भी हताशा हो रही है । उन्होने कहा कि यहां तक की छमांहु नाग तथा जगती पट का मिलन कई वर्षो बाद होता है किन्तु जब भी होता है समाज कल्याण की भावना से ही होता है ।