नाहन (एमबीएम न्यूज) : देश को दशकों से बेटियों को बचाने के अभियान चलाने पड़ रहे हैं, लेकिन सिरमौर के मुख्यालय से मात्र एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्यारी पंचायत में तस्वीर कुछ ओर ही है। यहां बेटियों से बेइन्तहा प्यार किया जाता है। यकीन मानिए कि यहां 1000 बेटों की तुलना में 1431 बेटियां जन्म ले रही हैं। गत वर्ष यह आंकड़ा 1438 था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इस पंचायत की बेटियों के प्रति सोच के बारे में पहले भी खबर प्रकाशित की थी। लगातार दो साल तक इस आंकड़े के स्थिर हो जाने का मतलब यही है कि हकीकत में बेटियों को यहां सर्वोपरि माना जाता है। विकास की दृष्टि से इस पंचायत को पिछड़ी पंचायत का दर्जा हासिल है। मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई हैं। लेकिन बेटियों से बेइन्तहा प्यार के मामले में समूचे प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश में भी प्रशंसा हासिल करने का दम रखती है।
लिंग अनुपात में बेहतरीन रहने पर इस पंचायत को 2016 के लिए भी पांच लाख रुपए की नकद राशि का ईनाम मिला है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पंचायत हरियाणा के समीप है। पड़ोसी राज्य में बेटियों का गिरता लिंगानुपात छिपा नहीं है।
सुविधाओं की दृष्टि से देखा जाए तो इस पंचायत के कई गांवों के लिए आज भी सडक़ों का अभाव है। अन्य मूलभूत सुविधाओं की भी काफी कमी है। क्यारी पंचायत का अधिकतर हिस्सा हरियाणा राज्य की सीमा के साथ लगता है। यह पंचायत हिमाचल के अंतिम छोर पर है। इस दृष्टि से हरियाणा राज्य के लिए भी यह पंचायत बड़ा सबक बन सकती है।
बेटों की तुलना में क्यारी पंचायत में बेटियों के ज्यादा जन्म लेने पर क्यारी पंचायत बधाई की पात्र है। हरियाणा राज्य की सीमा से सटी इस पंचायत में परिणाम काफी उत्साहजनक है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जल्द ही 5 लाख रूपए का चैक पुरस्कार के रूप में पंचायत को दिया जायेगा। जो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व बेटी है अनमोल योजना के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के धगेड़ा ब्लाक में खर्च किया जायेगा। -डॉ. संजय शर्मा, सीएमओ सिरमौर