एमबीएम न्यूज़/सोलन: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां के निवासियों की देवी-देवताओं में अटूट श्रद्धा है। मुख्यमंत्री आज सोलन में जयकृष्णी पंथ की पद यात्रा का स्वागत करने के उपरान्त उपस्थित संत समूह एवं स्थानीय निवासियों को सम्बोधित कर रहे थे।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि सभी धर्म हमें मानवता, सहनशक्ति एवं सम्पूर्ण मानव जाति के लिए आदर के मूल्य प्रदान करते हैं। हमें इन मूल्यों को बनाए रखने के नियमित प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न धार्मिक स्थानों को आमजन को प्रोत्साहित करने का केन्द्र बनाया जाना चाहिए ताकि सभी सत्य, प्रेम एवं अहिंसा के मार्ग को अपना सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों का जीवन विभिन्न देवी-देवताओं से जुड़ा हुआ है तथा देवी-देवता प्रदेश में मनाए जाने वाले विभिन्न समारोहों का अभिन्न अंग है।
उन्होंने महाराष्ट्र से आरम्भ हुई पद यात्रा का स्वागत किया तथा आशा जताई कि यह पदयात्रा सभी को पीड़ित मानवता की सेवा की दिशा में और अधिक प्रेरित करेगी। जयकृष्णी पंथ के प्रमुख गोपीराज महाराज ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा पंथ के उद्देश्यों से उन्हें अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने तदोपरान्त सोलन स्थित जौणाजी मार्ग पर श्री कृष्ण मंदिर चैरिटेबल न्यास की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने सोलन में 26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किए जा रहे मिनी सचिवालय के कार्य का निरीक्षण किया तथा इसे 15 मई, 2017 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किए जा रहे परिधि गृह के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोलन जिले में विभिन्न विकास परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए। उन्होंने लगभग 26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किए जा रहे शामती बाईपास की वस्तुस्थिति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शामती बाईपास के निर्माण कार्य को समय पर पूरा किया जाए। वीरभद्र सिंह ने इससे पूर्व कृतज्ञ प्रदेशवासियों की ओर से शहीदेआज़म भगत सिंह, राजगुरू तथा सुखदेव को उनके 86वें शहीदी दिवस पर शहीद स्मारक चम्बाघाट में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।