सोलन (एमबीएम न्यूज) : ठीक दो महीने पहले शहर में एक कारोबारी चंद्र पाल ने अपनी किडनैपिंग की स्क्रिप्ट बेटे अमित के साथ मिलकर लिखी थी। बकायदा ड्रामा रचकर चंद्रपाल को अगवा करने की कोशिश भी हुई थी। एक हवाई फायर भी किया गया था। लाजमी तौर पर शहर में सनसनी फैल गई थी। मंगलवार को पुलिस ने अपने अपहरण की फिल्मी स्क्रिप्ट लिखने पर कारोबारी चंद्रपाल व उसके बेटे अमित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी अंजुम आरा ने पत्रकारों से बताचीत करते हुए कहा कि कॉल डिटेल्स व अन्य आरोपियों से पूछताछ के आधार पर यह बात साबित हो गई थी कि कारोबारी ने किडनैपिंग का ड्रामा किया था। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने भी सोमवार को इस बात का खुलासा कर दिया था कि जल्द ही पुलिस किडनैपिंग के मामले के असल सूत्रधार तक पहुंच सकती है।
यह भी पता चला है कि हरियाणा के जींद से एक सरपंच की भी इस मामले में गिरफ्तारी हो सकती है। गौरतलब है कि पुलिस ने रविवार की रात हरियाणा के जींद से वीरेंद्र, रामबीर व सोहन लाल को गिरफ्तार किया था, जो इस मामले में अपहरणकर्ता बनकर आए थे।
कैसे पहुंची पुलिस कारोबारी तक..
गन प्वाइंट पर कारोबारी की किडनैपिंग की कोशिश की वारदात में शुरू से ही संशय था। संभवत: पुलिस ने कारोबारी के मोबाइल डिटेल्स को खंगाला होगा, जिसके आधार पर पुलिस फर्जी अपहरणकर्ताओं तक पहुंची। इसके अलावा डंप डाटा भी पुलिस के लिए मददगार बना।
क्या था मामला..
26 जनवरी को अमित अग्रवाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि तीन नकाबपोशों ने उसके पिता को पिस्टल दिखाकर किडनैप करने का प्रयास किया। कार्यालय ले जाकर कुछ दस्तावेजों पर जबरन साइन करवाए गए। इसके बाद हवाई फायर भी किए गए, लेकिन उसने अपने पिता को धक्का देकर बचा लिया। बाद में कुम्हारहट्टी के नजदीक सुनसान जगह पर उन्हें छोड़ दिया गया।
कमाल की बात यह भी थी कि इस फर्जी किडनैपिंग की साजिश की स्क्रिप्ट सितंबर 2016 में ही लिखनी शुरू कर दी गई थी, जब चंद्रपाल ने 2 सितंबर 2016 को दर्ज करवाए गए मामले में कहा था कि उसे धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
क्यों रचा गया ड्रामा..
बताते हैं कि कारोबारी का लेन-देन को लेकर ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं है। जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि करोड़ों रुपए के लेन-देन की वजह से इस ड्रामे को रचा गया था।