नाहन (एमबीएम न्यूज) : शहर के ऐतिहासिक चौगान मैदान में चल रहे मेले की आड़ में कथित लूट खसूट व खतरनाक झूलों की फिटनेस को लेकर डीसी बीसी बडालिया ने कड़ा संज्ञान लिया है।उपायुक्त को इस बारे मिली शिकायत पर पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। चौगान मैदान में ठेकेदार द्वारा बच्चों के छोटे-छोटे झूलों की एवज में 5 मिनट के 30 से 40 रुपए वसूल किए जा रहे हैं।
इसके अलावा खतरनाक झूलों की तकनीकी फिटनेस का भी कोई अता-पता नहीं है। हालांकि इस तरह के मेले पहले भी लगते रहे हैं, लेकिन इस बार ठेकेदार ने झूलों की संख्या बढ़ा दी है। इस कारण कई स्थान काफी संकीर्ण हो गए हैं। कमाल देखिए, नगर परिषद ने एक लाख रुपए लेकर ठेकेदार को चौगान मैदान सौंप दिया है। इस बात की कतई भी जांच नहीं की जा रही कि खतरनाक झूलों की तकनीकी फिटनेस है या नहीं।
एक अनुमान के मुताबिक ठेकेदार द्वारा चंद घंटों में ही लाखों रुपए बटोरे जा रहे हैं। अपने छोटे-छोटे बच्चों की जिद के सामने अभिभावक बेबस हो जाते हैं। संभवत: इसी बात का ठेकेदार के कर्मी जमकर फायदा उठा रहे हैं। कथित लूटखसूट के अलावा ठेकेदार कर्मचारी खासकर एक महिला द्वारा लोगों के साथ पूरी तरह से दादागिरी की जा रही है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में उपायुक्त बीसी बडालिया ने साफ लहजे में कहा है कि तुरंत प्रभाव से थाना प्रभारी को मैदान का निरीक्षण करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक इस मेले के आयोजन की अनुमति 30 अप्रैल तक ही है। गौरतलब है कि शहर में बच्चों के मनोरंजन का कोई साधन न होने की वजह से इस तरीके से ठेकेदारों द्वारा कथित लूटखसूट की जाती है।
उधर जब मेले के ठेकेदार बलजीत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नगर परिषद को एक लाख रुपए दिए हैं। साथ ही रैडक्रॉस सोसायटी को 31 हजार रुपए की राशि दी है।
उधर नगर परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि चौगान मैदान के इस्तेमाल की अनुमति शर्तों पर दी गई हैं। इसमें कहीं पर भी इस बात की इजाजत नहीं है कि मनमर्जी का रेट वसूला जाए।