नाहन (एमबीएम न्यूज): जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही भाजपा व कांग्रेस मैदान में उतरना शुरू हो गई है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कांगे्रस का दूल्हा कौन होगा, लेकिन भाजपा में डॉ. राजीव बिंदल तय हैं। अंदरखाते कांग्रेसी भी मानते हैं कि डॉ. राजीव बिंदल को हराना है तो उनके तरीके से ही चलना होगा, क्योंकि यह स्पष्ट सी बात है कि लोहा, लोहे को काटता है। अब सवाल उठता है कि भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजीव बिंदल में ऐसा क्या है, जो उन्हें ओर नेताओं से अलग करता है।
यह हैं कुछ खास बातें..
- हाल ही में डॉ. राजीव बिंदल पदयात्रा पर निकले। दोपहर की तपिश ऐसी थी कि कोई भी घर के आंगन में न आए, लेकिन मैदानी इलाके में लोगों के खेत खलिहानों से लेकर गलियों को नाप दिया।
- पांवटा साहिब में जब पदयात्रा का समापन हुआ, उस दिन भी शहर का तापमान 42 डिग्री के आसपास था, लेकिन माइक को हाथ में संभाले हुए थे।
- समर्थकों की फौज ऐसी है, जो अपने विधायक की शान के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। जबकि खुद ही कांग्रेसी यह कहते हैं कि बिंदल के खिलाफ चुनाव जीतना आसान नहीं है।
- पच्छाद के पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर लोगों से झप्पी को लेकर जाने जाते हैं, लेकिन बिंदल अब एक कदम आगे निकलते दिख रहे हैं।
- हरियाणा की सीमा से उत्तराखंड की सीमा तक लोगों के बीच पैठ बना रहे हैं। बताते हैं कि कौलावालांभूड क्षेत्र में हरियाणा की सीमा पर एक ऐसी बस्ती है, जहां कोई नेता नहीं गया था, वहां कई बार बिंदल सुबह की चाय पी चुके हैं।
- मीडिया समन्वय में तेजतर्रार हैं। जुबान से आज तक किसी मीडिया कर्मी से नहीं बिगाड़ी। यकीन कीजिए, कि सप्ताह में भाजपा करीब 7 से 10 प्रेस विज्ञप्तियां जारी कर देती है। कई बार तो बिंदल मीडिया कर्मियों के लिए भी मददगार बन जाते हैं। मसलन हाल ही में कालाअंब में गेहूं के खेत में बिजली की तारें गिरने से आग लग गई। बिंदल ने मौके पर पहुंच कर तस्वीरों को मीडिया को भेज दिया था।
- स्मार्ट मैनेजर हैं। टैंट, टैक्सी व माइक इत्यादि का इंतजाम बखूबी करना जानते हैं। कोई जनसभा हो तो इवेंट कंपनी के मैनेजर की तरह बागडोर संभाल लेते हैं।