चंबा ( एमबीएम न्यूज़): हिमाचल प्रदेश की बेटी सीमा ने एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है। बेटी सीमा ने भारत की
झोली में कांस्य पदक डाल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। सीमा ने साई होस्टल धर्मशाला में कड़े अभ्यास के बाद बैंकॉक में आयोजित चैंपियनशिप के दूसरे दिन कांस्य पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही वह एशियाई चैंपियनशिपमें देश के लिए पदक जीतने वाली तीसरी हिमाचली धाविका बन गई हैं। एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क की जानकारी के मुताबिक हिमाचली बेटी ने यह पदक 10: 5: 27 मिनट में 3000 मीटर की दौड़ पूरी कर जीता है ।
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वियतनाम की धावक से मात्र तीन सेकंड से पीछे रही अन्यथा रजत पदक मिलता । इस प्रतियोगिता में कोरिया की धावक को स्वर्ण पदक हासिल हुआ है । इस प्रतियोगिता का आयोजन बैंकॉक में 20 से 23 मई के बीच हो रहा है । इससे पहले अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की बेटियों सुमन रावत व कमलेश ने पदक जीते है।
सीमा ने चंबा में 200 मीटर के छोटे से मैदान से प्रैक्टिस शुरू कर अब बैंकाक तक दौड़ लगाई है। मात्र पांच फुट कद की सीमा ने 17 साल में ही इतनी बड़ी छलांग लगाकर दिखा दिया कि सिर्फ पंख होने से कुछ नहीं मिलता, हौसलों की उड़ान सबसे बड़ी बात है। चंबा के ग्रामीण क्षेत्र रेटा की रहने वाली सीमा निर्धन परिवार से संबंध रखने के बावजूद अपने हौसले और हुनर से बड़े-बड़े एथलीट को धूल चटा रही हैं।
इलाहाबाद में तीन हजार मीटर दौड़ में नेशनल रिकार्ड बनाने वाली हिमाचल की बेटी सीमा अंडर-18 एशियन यूथ चैंपियनशिप में जौहर दिखाने को बेताब थी । स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया धर्मशाला होस्टल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही चंबा की सीमा ने नेशनल यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप हैदराबाद में तीन हजार मीटर दौड़ में नया रिकार्ड(9ः56ः25) कायम कर इतिहास रचा था।
सीमा ने छठी कक्षा में ही एथलेटिक्स में उतर गईं। पिता स्व. बजीरू राम और माता गृहिणी केसरी देवी के अलावा घर में भाई और बहनें भी हैं। अपने छोटे से रेटा गांव के स्कूल के छोटे से मैदान में सुबह-सुबह पहुंचकर सीमा कड़ा अभ्यास करती थी।