बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : पुलिस विभाग में आज भी कई ऐसे कर्मचारी है जो बिना किसी भेदभाव के कार्य करते है और न्याय के साथ किसी के साथ भी किसी प्रकार का कोई समझोता नही करते। बिलासपुर जिला में जहां पुलिस की कार्यप्रणाली पर हर रोज सवालिया निशान लग रहे है, वहीँ बिलासपुर जिला में एक ऐसे पुलिस वाले भी है जिनके आगे सब एक सामान है।
चाहे कोई अधिकारी हो या साधारण इंसान इनके आगे किसी का रसूख नही चलता इस पुलिस अधिकारी का नाम है नन्द लाल कटारिया जिन्हें बिलासपुर का ट्राफिक इंचार्ज बनाया गया है। नन्द लाल कटारिया के सामने जो भी कानून तोड़ता हुआ पाया जाता है, उसे वह कभी नहीं बक्शते चाहे वो कोई न्यायधीश हो या कोई बड़ा कर्मचारी। कटारिया ने बिलासपुर में सीजेएम तक की गाडी को नही छोड़ा। जब सीजेएम की गाडी बिलासपुर शहर में नियम तोड़ रही थी तो उसका भी उन्होंने निडर होकर चालान काटा।
इस तरह उन्होंने बाहरी राज्य के कई मंत्रियो और बड़े अधिकारियो तथा रसूखदार लोगो के चालन काटे, जिसके बाद नन्द लाल कटारिया की पुरे शहर में चर्चा है और शहर के लोग अब इनके डर से ट्राफिक नियमो का पालन कर रहे है आजकल बिलासपुर शहर में कोई भी व्यक्ति ट्राफिक नियम तोड़ता हुआ नजर नही आता है। कटारिया के इस एक्सन के बाद अब बिलासपुर में इनको चालान ऑफिसर के नाम से जाना जाता है।
ऐसा ही एक मामला बिलासपुर शहर में शुक्रवार शाम को देखने को मिला, जब कटारिया अपनी ड्यूटी पर शहर में थे तब एसपी ऑफिस बिलासपुर में तैनात एक पुलिस कर्मी का बेटा स्कूटी पर नियमो की धजिया उड़ाता हुआ हॉर्न पर हॉर्न बजाता हुआ आया। इस स्कूटी पर तीन युवक सवार थे और किसी के पास भी न तो हेलेमेंट था और ना ही ड्राइविंग लाइसेंस। जब कटारिया ने इस युवक को रोका तो यह कटरिया पर अपने पिता का रॉब झाड़ने लगा। युवक बोला मेरे पिता जी एसपी ऑफिस में तैनात है, जिसके बाद कटारिया ने पहले इसके पापा को स्पॉट पर बुलाया और उनके सामने इस युवक का चालान काटा, जिसकी पूरे शहर में चर्चा हो रही है और सभी लोग चालन ऑफिसर के इस कारनामे की जमकर सराहना कर रहे है।