ऊना ( एमबीएम न्यूज़): पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने देवभूमि हिमाचल को ड्रग भूमि हिमाचल बना दिया है। जब से प्रदेश में कांग्रेस सत्तासीन हुई है, तभी से प्रदेश में भ्रष्टाचार और माफिया बढ़ा है।
प्रो. धूमल ने रविवार को यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इससे बड़ा माफिया राज का सबूत और क्या होगा कि एचआरटीसी का एक अधिकारी सरकारी गाड़ी में नशे की बड़ी खेप के साथ पकड़ा जाता है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चंडीगढ़ के एसएसपी ने एफिडेविट दिया है कि नशे की सप्लाई हिमाचल से हो रही है। उन्होंने कहा कि शराब माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों से छेड़छाड़ की जा रही है।
बाहरी लोगों को लाभ देने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराब के आबंटन को पहले एचपीबीसी स्थापित की गई। अब दोबारा कुछ लोगों को निजी तौर पर काम दिया जा रहा है। जिस जालंधर से सरकार को हमेशा एलर्जी रही है, उसी जालंधर की कंपनी को मंडी में काम भी सौंप दिया है। बाहरी लोगों को यह काम देकर प्रदेश के हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया गया है।
प्रदेश में वन माफिया द्वारा अंजाम दी गई वारदतों में वन विभाग के कई अधिकारी और कर्मी घायल हो चुके हैं। जबकि शिमला में काटे गए सैंकड़ों देवदार की रिपोर्ट में पेड़ों की जगह झाडिय़ां दर्शा दी गई हैें। लेकिन इसके बावजूद सरकार पूछती है कि माफिया है कहां। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सीरियाई आतंकी संगठन आईएसआईएस के आतंकी कुल्लू जिले के बंजार जैसे दूर-दराज क्षेत्रों में मिल रहे हैं।
काला अंब में गोला-बारूद मिल रहा है। लेकिन सरकार के पास जनता की सुरक्षा और उसके विकास के लिए समय ही नहीं है। भ्रष्टाचार ही इतना है कि सरकार के पास कोई काम करने का वक्त नहीं है। धूमल ने कहा कि पूरे देश में सौर उर्जा को महत्व दिया जा रहा है। लेकिन पूर्व भाजपा सरकार समय नैनादेवी में स्थापित पांच मैगावाट का प्रोजेक्ट भी इस सरकार से संभल नहीं रहा है।
केंद्र की मोदी सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 137 करोड़ रूपये का बजट दिया, लेकिन प्रदेश सरकार उसे इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है, इसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्र सरकार ने हिमाचल को 63 नेशनल हाईवे दिए। लेकिन यहां एक की भी डीपीआर तक नहीं बन सकी। इन दिनों प्रदेश सरकार ने तमाम रेस्ट हाऊस में रिपेयर का काम शुरु कर दिया है। जबकि इसकी अभी कोई जरूरत नहीं है। यह रिपेयर की आड़ में भी भ्रष्टाचार किया जा रहा है।