शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का दो दिवसीय विशेष अधिवेशन आज शोकाआतुर माहौल में शुरू हुआ, जिसमें हाल ही में दिल्ली में एम्स संस्थान में स्वर्गवास हुए सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह तथा पिछले अधिवेशन के बाद जिला कांगड़ा के पूर्व विधायक मूल राज पाधा को श्रद्वांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया।
सदन के नेता मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कर्ण सिंह के परिवार से संवेदना व्यक्त करते हुए उनके गुणों को उजागर किया और कहा कि कर्ण सिंह न केवल मृदुभाषी थे, बल्कि दीन-हीन लोगों के प्रति विशेष लगाव रखते थे। वह दो बार बंजार से निर्वाचित हुए। वह भाजपा शासनकाल में भी मंत्री रहे थे।दोनों पक्षों की ओर से लगभग 12 सदस्यों ने दिवंगत मंत्री के गुणों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा ही अपने चुनाव क्षेत्र के विकास की ओर ध्यान दिया।
दिवंगत मंत्री के शोकादगार में शामिल होने वालों में वीरभद्र सिंह के अतिरिक्त विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल, परिवहन मंत्री जीएस बाली, सतपाल सिंह सत्ती, कौल सिंह ठाकुर, गुलाब सिंह, राकेश कालिया व कुलदीप कुमार शामिल थे। महेश्वर सिंह जो उनके बड़े भाई थे, ने रघुनाथ मंदिर के सरकारीकरण को लेकर यद्यपि उनके मतभेद थे, लेकिन महेश्वर ने स्वर्गीय कर्ण सिंह के प्रति स्नेह प्रकट किया और कहा कि उन्होंने कभी भी उनके साथ दुर्व्यवहार नहीं किया।
विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने भी दोनों ओर से प्रकट शोकादगार में अपने आपको शामिल किया। इसके बाद सदन कल के लिए स्थगित हो गया। सदन की कार्रवाई आज लगभग एक घंटे तक चली। सदन में कल जीएसटी बिल को अनुमोदित किया जाएगा ।