कुल्लू (नीना गौतम): भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह व प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह में जुबानी जंग छिड़ गई है। पहले जहां यह लड़ाई राजनीतिक बयानबाजी तक ही सीमित थी वहीं, अब पारिवारिक जीवन तक पहुंच गई है। वैसे भी महेश्वर सिंह व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह में पुरानी रिश्तेदारी है और वर्तमान में भी महेश्वर सिंह के घर की बहुएं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के भाई की बेटियां हैं। महेश्वर सिंह ने आज यहां कुल्लू में मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे मेरी पत्नी की चिंता छोड़कर अपनी दो पत्नियोंं का सही से ध्यान रखें।
महेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री के उस बयान का जबाव दिया है जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा है कि महेश्वर सिंह जैसे लोगों पर तो उनकी पत्नी भी विश्वास नहीं करती हैं। महेश्वर सिंह ने कहा कि यहां पर मुख्यमंत्री का कुल्लू दौरा पूरी तरह से फ्लाप शो रहा है और सब्जी मंडी शाट फल आढ़तियों को समर्पित नहीं की बल्कि पशुओं के लिए अर्पित की है।
यही नहीं जिन आईपीएच स्कीमों का शिलान्यास किया है उनकी फाइनेंशियल एप्रूवल ही नहीं है। वे यहां होटल सरवरी में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएम के इन सभी कार्यक्रमों में सरकारी तंत्र का दुरूपयोग हुआ है तथा सरकार व पार्टी विशेष के कार्यक्रम में कोई अंतर नहीं रखा गया, जिसका मुख्यमंत्री को भी ध्यान रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा सरकारी कार्यक्रमों को हाइजैक कर मुख्यमंत्री से ऐसे कई विकास कार्यों के उदघाटन व शिलान्यास करवाएं, जिनका अभी आधार नहीं हैं कई योजनाओं की अभी तक तकनीकी स्वीकृति तक नहीं हैं। महेश्वर ने कहा कि अपने कुल्लू प्रवास के दौरान वीरभद्र सिंह ने जिस शाट सब्जी मंडी का उदघाटन किया। वहां तभी तक न तो मार्किट यार्ड बने हैं और न ही सड़क व सुरक्षा दीवार। ऐसे में लोकार्पण का सही अर्थ परिभाषित नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि आजकल इस स्थान पर लावारिस पशुओं का जमघट रहता है इससे प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण नहीं बल्कि पशु अर्पण हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस प्रकार की गतिविधियां शोभा नहीं देती, दुकानें अभी तक बनी ही नहीं और लोकार्पण पहले ही कर बैठे। उन्होंने बताया कि शाट में हुए मुख्यमंत्री की जनसभा में एक सरकारी कर्मचारी का भाषण करवाया गया और उसमें अपने वक्तव्य में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लडऩे की बात भी कही है क्या मुख्यमंत्री के मंच पर इस प्रकार की गतिविधि शोभा देती है।
गत रोज एक कांग्रेस नेता द्वारा महेश्वर सिंह का सरकार बनने के समय कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने की बात कही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक ने कहा कि वह न ही कभी कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े और न ही भविष्य में जुड़ेंगे। कहा कि उन्होंने सिर्फ कांग्रेस सरकार के पक्ष में अपना समर्थन दिया है, बाकी सब बातें आधारहीन और तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस कुल्लू दौरे के दौरान उनका नाम हर कांग्रेसियों के मुख्य से जपता रहा, निश्चित रूप से इससे उनका ही प्रचार हुआ है। क्योंकि कुल्लू की जनता सजग है और हर गुण-दोष की परख रखती है। उन्होंने कहा कि कुल्लू के जिन-जिन नेताओं ने उनकी खिलाफत की है वे उनके स्तर के नहीं हैं इसलिए वो सिर्फ उनकी खुलकर पब्लिसिटी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत रोज प्रेस के माध्यम से
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मणिकर्ण घाटी के दुर्गम क्षेत्र रूद्रनाग-खीरगंगा तक मुख्यमंत्री द्वारा रोप-वे निर्माण की मंजूरी देने के बात कही हैं, वे सब निराधार हैं। कुल्लू के विधायक महेश्वर सिंह ने कहा कि कुल्लू के कांग्रेसी नेता स्वार्थ में आकर मुख्यमंत्री का जबरदस्ती दर्शनी हुंडी बनाना चाहते हैं जबकि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर सब जानते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री को भी चाहिए कि यह वक्त उनके आराम करने का है, न कि व्यर्थ में शिलाओं पर नाम खुदवाने का।