शिमला / कोटखाई (एमबीएम न्यूज) : लॉकअप में गुडिया प्रकरण के आरोपी की हत्या के मामले में समूचे कोटखाई पुलिस थाना के कर्मियों को ट्रांसफर कर दिया गया है। संभवत: हरेक पुलिसकर्मी को सस्पेंड करने के भी आदेश जारी हो सकते है। बडा सवाल यह है कि पुलिस लॉकअप में ही सूरज की हत्या कैसे कर दी गई। क्या पूरा थाना ही उस वक्त सो रहा था। यह भी बताया जा रहा है कि मरने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गवाह बनाने की तैयारी कर रखी थी। हत्या का गुनहगार गुडिया प्रकरण का मुख्य आरोपी राजू बना है।
प्रश्र इस बात पर भी उठ रहा है कि मृतक को गवाह बनाया जा रहा था तो उसे मुख्य आरोपी राजू के साथ लॉकअप में क्यों रखा गया था। उधर एसपी डी डब्लयू नेगी का कहना है कि घायल हालत में सूरज को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज हुआ है। एसपी ने भी माना है कि कोटखाई थाना के तमाम कर्मचारियों को लाईन में भेज दिया गया है ताकि निष्पक्ष जांच हो सकें।
सनद रहें कि गुडिया प्रकरण का मामला सीबीआई को सौंपे जाने को लेकर आज हाईकोर्ट में भी सुनवाई हो रही है। यह भी बताया जा रहा है कि मरने वाला व्यक्ति गुडिया प्रकरण में अपने आपको यह कहकर बचा रहा था कि वह नपुंसक है।
न्यायिक जांच
पुलिस कस्टडी में किसी भी तरह की मौत के मामले में न्यायिक जांच लाजमी होती है।