मंडी (वी कुमार) : श्रावण महीने के पहले ही दिन मंडी जिला में एक बडी अनहोनी होने से उस वक्त बच गई, जब पंडोह से आगे हनोगी माता मंदिर के पास विशाल चट्टाने गिरने लगी। श्रद्धालुओं ने मंदिर के अंदर जाकर अपनी जान बचाई। गनीमत रही कि पहाडी से गिरा एक बडा पत्थर माता के मंदिर के सामने मात्र 5 फीट की दूरी पर रूक गया। पहाडी से नीचे एनएच-21 पर और मंदिर के आसपास और भी चट्टानें गिरी, जिनके कारण यहां पर एचपीएमसी के जूस कार्नर को नुकसान हुआ है। यहां मदिर के बाहर खडी एक कार को भी पत्थर गिरने से नुकसान पहुंचा है।
मिली जानकारीके अनुसार घटना सुबह लगभग साढे 7 बजे की है जब सावन की संक्रांत होने की वजह से मंदिर में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। जिस समय विशालकाय चट्टाने पहाडी से नीचे गिरी, उस समय मंदिर के पास 20 श्रद्धालु मौजूद थे। इस घटना से जहां लोगों में दहशत का माहौल है, वहीं माता रानी की कृपा से बडा हादसा टलने से थोडी राहत भी है। घटनास्थल पर पहुंची एसडीएम सदर पूजा चौहान ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। एक बच्चे को कुछ आंशिक चोटें आई हैं।
एसडीएम ने बताया कि जो नुकसान हुआ है। उसका आंकलन किया जाएगा। साथ ही जहां से पत्थर नीचे गिर रहे हैं। वहां माईनिंग आफिसर और तहसीलदार की टीम के द्वारा सर्वेक्षण किया जाएगा और इसका हल ढूंढने का प्रयास किया जाएगा। हनोगी माता मंदिर के पुजारी ने कहा कि यहां पर हर बार इस तरह से पत्थर गिरते रहते हैं, लेकिन माता की कृपा से यहां पर आज तक कोई बडा हादसा या माली नुक्सान नहीं हुआ है।
मंदिर पुजारी और स्थानीय लोगों ने पहाडी से इतने बडे पत्थरों के गिरने का कारण पहाडी पर बिजली के बडे टावरों का अवैज्ञानिक निर्माण बताया है। वहीं यहां से गुजरने वाले पर्यटकों को भी इस घटना के बाद डर सताने लगा है। उनका कहना है कि इस तरह से इतनी बडी-बडी चट्टानों का गिरना किसी जानी खतरे से कम नहीं है।