बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत झाड़माजरी स्थित कनिधी कॉस्मैटिक उद्योग में गैर कानूनी तरीके से निकाले गए 55 कामगारों के साथ बुधवार को 300 से अधिक कामगार खड़े हुए। प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ इंटक व एनआईएफटीयू के बैनर तले कामगारों ने श्रम कार्यालय झाड़माजरी का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। श्रम विभाग द्वारा तीन बार समझौतावार्ता बुलाने के बाद भी प्रबंधन नहीं पहुंचा जिससे कामगारों के सब्र का बांध टूट गया। गुस्साए श्रमिकों ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप जड़ते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
बीबीएन इंटक महासचिव राज कुमार चौधरी व निटू के महासचिव एके शर्मा ने बताया कि कनिधी उद्योग ने गैर कानूनी तरीके से उद्योग की तालाबंदी कर दी। प्रबंधन द्वारा फैक्टरी के पिछले गेट से नये कामगारों को रखकर अंदर उत्पादन करवाया जा रहा है। वहीं उद्योग में करीबन 150 मजदूरों को विभिन्न ठेकेदारों के माध्यम से रखा गया है जिनका न तो कोई लाईसेंस है और न ही ईएसआई व पीएफ की सुविधा कामगारों दी जा रही है।
कामगारों ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक निलंबित किए गए कामगारों को काम पर वापिस नहीं लिया गया तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं इंटक नेता राज कुमार चौधरी ने कहा कि उद्योग में श्रम कानूनों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निकाले गए कामगारों को वापिस लेकर उन्हें तमाम सुविधाएं प्रदान की जाऐं।
इस मौके पर निटू के प्रदेश महासचिव एके शर्मा, संयुक्त सचिव कृष्ण शर्मा, बीबीएन इंटक महासचिव राज कुमार चौधरी, शेर सिंह चौधरी, कुलदीप चौधरी, तरसेम लाल, गुरमुख सिंह, गोगी चौहान, जस्सी चौधरी, संजीव कुमार, राजिंद्र कुमार, अजय कुमार, संदीप, श्याम, कुलदीप, प्रेम लाल, ज्ञान चंद, राजेश कुमार, धननाथ सिंह, राजेंद्र कुमार समेत 300 से अधिक कामगार उपस्थित रहे।
सीएम को भेजा ज्ञापन, गैरकानूनी तालाबंदी पर सख्त कदम उठाए सरकार…
कनिधी कॉस्मैटिक के कामगारों ने एक ज्ञापन सीएम को भेजकर गैरकानूनी तरीके से की गई तालबांदी को खुलबाने की मांग उठाई। श्रमिकों ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा समझौता वार्ता बुलाने के बाद भी प्रबंधन का रवैया अडिय़ल है। उद्योग से निकाले कामगारों को काम पर वापिस लिया जाए और ठेकेदारी प्रथा का बंद कर उन्हें तमाम सुविधाएं प्रदान की जाएं। श्रम नियमों की धज्जियां उड़ाने पर उद्योग के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए और उन्हें इंसाफ दिया जाए।
श्रम कार्यालय झाड़माजरी में इंटक व निटू नेताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करते कनिधी उद्योग के कामगार।