बिलासपुर / ऊना (एमबीएम न्यूज) : गुडिया गैंग रेप और पुलिस हिरासत में लिए गए व्यक्ति की मृत्यु को लेकर शुक्रवार को भाजपा ने श्री लक्ष्मी
नारायण मंदिर से चम्पा पार्क तक रोष रैली निकाली और मुख्यमन्त्री वीरभद्र का पुतला फूंका । रोष रैली में झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के विधायक रिखि राम कौण्डल, भाजपा के प्रदेष उपाध्यक्ष एवं श्री नयनादेवी जी के विधायक रणधीर शर्मा , पूर्व सॉसद सुरेश चन्देल, राष्ट्रिय प्रशिक्षण प्रकोष्ठ सदस्य राजेन्द्र गर्ग, भाजपा जिला महिला मोर्चा अध्यक्षा उषा ठाकुर आदि ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार व पुलिस द्वारा उक्त प्रकरण की निष्पक्ष कार्रवाई न करने पर कॉग्रेस सरकार पर गुब्बार निकाला। उपरोक्त नेताओं ने कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होने केन्द्र से आग्रह किया कि प्रदेश की बिगडती कानून व्यवस्था को देखकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए ताकि प्रदेश में कानून का राज स्थापित हो सके। इन्होने कहा कि प्रदेश पुलिस सत्ता के संरक्षण में आम आदमी पर झूठे मामले दर्ज करने में व्यस्त थी लेकिन अब जिस प्रकार जघन्य अपराध के मामलों में भी पुलिस की भूमिका पर सवाल खडे हो रहे हैं वो चिन्तनीय है। आम जनता पुलिस की मौजूदगी में खुद को सुरक्षित महसूस करती है लेकिन कोटखाई जघन्य अपराध के मामले में जिस प्रकार पुलिस की भूमिका उभर कर आई वह उससे पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठने स्वाभाविक हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार जनता में अपना विश्वाश खो चुकी है।
रणधीर शर्मा ने कोटखाई प्रकरण पर बोलते हुए कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नही हो सकता और शांतिपूर्वक प्रदर्शन से बिटिया के लिए न्याय की मॉग करना गलत नही है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार से यह गलती हुई है और उसका खामियाजा प्रदेश सरकार को भुगतना पडेगा। उन्होने कहा कि मुख्यमन्त्री को यह बताना चाहिए कि उनकी फेसबुक अकांउंट पर जो फोटो अपलोड हुए और डिलीट किए गए वो किसने तथा क्यों किए और उन दोषी पर क्या कार्रवाई की है। उन्होने कहा कि भाजपा बिटिया को इन्साफ दिलाने के लिए हर जिला में शांतिपूर्वक प्रदर्षन कर रही है। रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार भी ईमानदारी दिखाऐ। सरकार की कार्रवाई में कहीं न कहीं मामले को दबाने की बू आ रही है। श्री सुरेश चन्देल ने कहा कि वो इस घटना से बहुत दुःखी है तथा इस प्रकार की घटना प्रदेश में नही होनी चाहिए। बिलासपुर की जनता इस दुःखद घडी में कोटखाई के लोगों के साथ है। रिखीराम कौण्डल ने कहा कि कोटखाई मामले में भाजपा प्रदेश सरकार व पुलिस की आलोचना करती है। पिछले कुछ समय से घट रही इस प्रकार की घटनाओं जैसे वन रक्षक की हत्या, शिमला में घ्रुव की हत्या जैसे प्रकरणों ने पुलिस की भूमिका सबूतों को मिटाने की व आरोपियों को बचाने की हो रही है और ये सब प्रदेश सरकार के संरक्षण के बिना सम्भव नही है। मुख्यमन्त्री को जल्द से जल्द इस्तीफा देना चाहिए।
कोटखाई में नाबलिग गुडिय़ा की दुष्कर्म के बाद की गई हत्या के मामले में जिला भाजपा ऊना उग्र हो गई है। शुक्रवार को जिला भाजपा अध्यक्ष बलवीर बग्गा की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं ने रोष रैली निकाली और निष्पक्ष कार्रवाई न करने पर प्रदेश सरकार व पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने विश्राम गृह ऊना से लेकर डीसी कॉलोनी होते हुए पुराना बस स्टैंड, रोटरी चौक से होते हुए रेड़ लाइट चौक तक सीएम वीरभद्र सिंह की शव यात्रा निकाली गई और सीएम का पुतला फूंका गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, विधायक वीरेंद्र कंवर, बलवीर चौधरी, प्रो. राम कुमार, महामंत्री यशपाल राणा, विजय चौधरी, लखवीर लक्खी, राजीव कालिया व बलराम बबलू विशेष रूप से उपस्थित रहे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि मामले को हिमाचल के सांसद गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले है और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागु करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस सत्ता के संरक्षण में आम आदमी पर झूठे मामले दर्ज करने में तो व्यस्त थी ही, लेकिन अब जिस प्रकार जघन्य अपराध के मामलों में भी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वह चिंतनीय है। सती ने कहा कि प्रदेश की सरकार गुडिय़ा प्रकरण मामले में अधिकारियों की मदद से ऊंची पहुंच के लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। यह कहानी कोटखाई के लोग बयां कर रहे हैं। इस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है और मुख्यमंत्री पर चहेतों को बचाने का आरोप लग रहा है। जिससे प्रदेश सरकार की कार्यवाही पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।
उन्होंने शंका जाहिर करते हुए कहा कि मामले में ऊंचे लोगों को बचाने के लिए निर्दोष लोगों को बलि का बकरा नहीं बनाया जा रहा। सती ने कहा कि इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं। आईजी को बदलना एएसपी को बदलना, थाने के स्टाफ को सस्पेंड करना, इस सब की ओर इशारा करता है। सत्ती ने कहा कि आज भी सरकार दोषियों को बचाने के लिए ही काम कर रही है, जो की शर्मनाक है। इस मौके पर विधायक वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऊना से लेकर के शिमला तक बेईमानी का राज हो गया गया है। वीरभद्र सिंह बेशर्मों की तरह जमानत लेकर कुर्सी पर बैठे हैं, उन्हें तुरंत पद से हटना चाहिए। पूर्व विधायक बलवीर चौधरी ने कहा कि हिमाचल को कलंकित करने का काम कांग्रेस की सरकार कर रही है। हिमाचल की साख पर बट्टा लग रहा है। कानून को काम करने नहीं दिया जा रहा है। भ्रष्टाचार व माफिया दनदना रहा है और इसी का जीता जागता उदाहरण है कि एक नाबालिग बच्ची के साथ दुराचार हुआ अत्याचार हुआ, हत्या हुई और उसी मामले में प्रभावशाली लोगों को बचाने का प्रयास पुलिस सरकार व उच्च अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। प्रो. राम कुमार ने कहा कि हरोली हलके में भी माफिया फैला हुआ है और प्रदेश में भी माफिया की सरकार है। इस सरकार को अब अलविदा करने का समय आ गया है।
----
--
----
---