कारगिल/नाहन (एमबीएम न्यूज): अविश्वसनीय लग सकता है, लेकिन हकीकत है। सिरमौर के संगड़ाह उपमंडल के माईना गांव के रहने वाले टाईगर सुनील ने कारगिल में नया इतिहास रचा है। हालांकि पहले भी सुनील अल्ट्रा मैराथन में कई तमगे हासिल कर चुके हैं, लेकिन इस कामयाबी को सबसे बेहतरीन मान रहे हैं।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पाठकों को बताया था कि अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने कारगिल से द्रास ट्रैक पर पांच अन्य धावकों के साथ दौड़ शुरू की है, जो रविवार सुबह 6 बजे शुरू हुई थी। इसे पूरा करने का लक्ष्य 32 घंटे का था, लेकिन आप यह जानकर हैरान हो सकते हैं कि सुनील ने इस दौड़ को 21 घंटे 55 मिनट में पूरा किया है। सोमवार तडक़े साढ़े 4 बजे वापस स्टारटिंग प्वाइंट पर कारगिल लौट कर सुनील ने सबको हैरान कर डाला। 11 से साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर एक इवेंट कंपनी रन बडीज के साथ मिलकर भारतीय सेना ने इस दौड़ का आयोजन किया था, जिसे ‘रन फॉर सरहद’ का शीर्षक दिया गया।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि इस दौड़ को पूरा करने के लिए सुनील पिछले एक महीने से कारगिल में ही डेरा डाले हुए थे, ताकि खुद को यहां के वातावरण में ढाल सकें। इसके लिए हिमाचल से ही संबंध रखने वाले भारतीय सेना के मेजर जनरल अतुल कौशिक व कर्नल शैलेंद्र सोलंकी से भी सुनील को पूरी मदद मिली। इंटरनेट की कनैक्टिविटी न होने की वजह से एक-दो तस्वीरें ही एमबीएम न्यूज नेटवर्क तक पहुंच पाई हैं, जिसमें युवाओं का उमड़ा सैलाब सुनील का मुरीद बनता नजर आ रहा है।
संपर्क करने पर सुनील ने कहा कि शुरू से ही उनका सपना भारतीय सेना के लिए दौडऩे का रहा है। इस दौड़ को 22 घंटे से कम समय में पूरा कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि सेना के जवानों से बढक़र कोई नहीं है। उधर सुनील के छोटे भाई कपिल ने कहा कि इस सफलता पर पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है। बहरहाल अगर सुनील को टाईगर कहा जाए तो कोई भी अतिश्योक्ति नहीं होनी चाहिए।