शिमला (एमबीएम न्यूज़) : जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री दीप्ती नवल ने हिमाचल की राजधानी शिमला में फिल्म स्टूडियो स्थापित करने की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि शिमला एक प्रसिद्व पर्यटन स्थल है और अक्सर यहां वालीबुड फिल्मों की शूटिंग होती रहती है, ऐसे में यहां फिल्म स्टूडियो स्थापित करने की जरूरत है और इस दिशा में पहल होनी चाहिए।
राजधानी के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में आज से शुरू हुए तीसरे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में शिरकत करने पहुंची दीप्ती नवल पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। इस फैस्टिवल में 23 देशों के 35 फिल्म निर्माता भाग ले रहे हैं।
अस्सी के दशक में कई फिल्मों में अभिनेत्री का किरदार निभा चुकीं दीप्ती नवल ने कहा कि पुराने और आज के दौर की फिल्मों में जमीन-आसमान का अंतर है। पुराने समय की फिल्मों में विषय महत्वपूर्ण होता था, लेकिन उस समय तकनीक इतनी विकसित नहीं थी। जबकि आज के दौर में निकलने वाली फिल्मों में तकनीक के साथ-साथ फिटनैस को अधिक तवज्जो दिया जाता है। यही वजह है कि आज भारतीय सिनेमा की दुनिया में धाक है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक वालीबुड फिल्मों की स्क्रिप्ट पुरानी फिल्मों से काफी बदल गई है। पुरानी फिल्मों का सब्जैक्ट बहुत महत्वपूर्ण होता था और वे कलात्मक तरीके से बनाई जाती थीं, जो कि आज भी प्रासंगिक हैं। लेकिन आज के दौर में बनने वाली फिल्मों में कलात्मकता गायब है। हालांकि उन्होंने उदाहरण दिया कि थ्री इडियट, बर्फी व पीकू जैसी कुछ फिल्मों में कलात्मकता व सब्जैक्ट बेहतर नजर आया है।
दीप्ती नवल ने कहा कि उनके जमाने की आर्ट फिल्में सिनेमाघरों तक पहुंच ही नहीं पाती थीं। ऐसी फिल्में सिनेमाघरों में एक सप्ताह से अधिक नहीं चल पातीं थीं। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्मों को आजयूटयूब पर अधिक से अधिक दिखाया जाना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में दीप्ती ने कहा कि फिल्मों में पदार्पण करने से पहले उन्होंने कभी भी थियेटर नहीं किया क्योंकि थियेटर में बोलने वाले डायलॉग को लेकर उनके मन में भूलने का डर बना रहता था। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन सालों से मैंने थियेटर करना शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि फिल्मों में किरदार निभाना थियेटर से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होता है। इसका कारण यह है कि फिल्मों में कई दृश्यों को थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद फिल्माया जाता है, जिसमें भावनात्मकता बनाया रखना बहुत जरूरी होता है, जबकि थियेटर में ऐसा कुछ नहीं होता।
एक अन्य सवाल के जवाब में दीप्ती नवल ने कहा कि मैं अपनी फिल्मी कैरियर से कभी भी पूर्ण संतुष्ठ नहीं रहीं। मेरा मानना है कि चैंलेंज हमेशा मिलते रहने चाहिए।
दिप्ती ने कहा कि उनका हिमाचल से काफी लगाव रहा है। मनाली में उनके एक पारिवारिक मित्र का घर कई वर्षों से खाली पड़ा था वहां अब आर्ट गैलरी शुरू की गई है।
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