नाहन (एमबीएम न्यूज): औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में मीरपुर कोटला इलाके में एक ऐसी जगह भी हैं, जहां पर न तो मोबाइल सिग्नल है और न ही इंटरनेट। इसी क्षेत्र में एक आबकारी सयंत्र (फैक्टरी) में गैर कानूनी तरीके से देसी शराब का उत्पादन किया जा रहा था। मंगलवार को यह फैक्टरी सील कर दी गई है। आबकारी व कराधान विभाग के दक्षिणी प्रवर्तन क्षेत्र परवाणु की टीम ने इस संयत्र का रात भर औचक निरीक्षण किया। चौंकाने वाले कई खुलासे हुए।
संयत्र में 933 बल्क लीटर गैर कानूनी ईएनए (Extra Neutral Alcohol) बरामद किया गया। इससे 225 शराब की पेटियों का उत्पादन किया जा सकता था। संयत्र में 110 शराब की पेटियां अलग से बरामद हुई, जिनका उत्पादन गैर कानूनी तरीके से किया गया था। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में बेचने के लिए अंग्रेजी शराब की 1013 पेटियां मिली, जिन पर न तो कोई बैच नंबर अंकित था और न ही उत्पादन से संंबंधित कोई तारीख। विभागीय जांच में पता चला कि संयत्र में गैर कानूनी शराब का उत्पादन सामान्य बात थी।
हरियाणा की नारायणगढ़ पुलिस द्वारा भी 9 मई 2017 को 1042 पेटियां बरामद की गई थी। इसके अलावा राजस्थान के जोधपुर जिला के बिलाडा पुलिस ने भी बरामदगी की थी, जो खेप गुजरात ले जाई जा रही थी। विभाग का कहना है कि फैक्टरी ऐसी जगह पर स्थापित की गई, जहां पर आम आदमी का पहुंचना आसान नहीं रहता है। यहां तक की कोई भी मोबाइल व इंटरनेट नहीं काम करता। हरियाणा में दाखिल होने के लिए चंद किलोमीटर का सफर ही तय करना पड़ता है। इसी कारण कच्चा माल लाना व तैयार माल को बाहर भेजना आसान रहता है। विभाग को कोई भी बैरियर रास्ते में नहीं पड़ता।
विभाग द्वारा 2015 में भी इस संयत्र का निरीक्षण किया गया था। उस समय फैक्टरी प्रबंधन पर 16 लाख का जुर्माना किया गया था। फैक्टरी के निरीक्षण की रिपोर्ट विभाग के आयुक्त को भेजी गई थी, जहां से सोमवार को फैक्टरी सील करने की मंजूरी मिली। आदेश मिलते ही दक्षिणी प्रवर्तन क्षेत्र परवाणु ने इस फैक्टरी पर ताला जडऩे के बाद पहरा बिठा दिया है। इस कार्रवाई को अंजाम देने में ईटीओ अमित शोष्टा, तुलसीराम राणा, निरीक्षक कुलदीप शर्मा, रूपिंद्र सिंह, मनोज सचदेवा व दीप चंद के अलावा हैड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार व करनैल सिंह ने भूमिका निभाई।
विभाग के कर्मचारी भजन सिंह, मोहर सिंह व बुद्धिराम भी शामिल थे। पिछले सप्ताह भी पांवटा साहिब के एक गांव में इसी फैक्टरी द्वारा निर्मित गैर कानूनी शराब मिली थी। इसको लेकर मामले में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी। उधर विभाग के उप आबकारी व कराधान आयुक्त (प्रवर्तन) डॉ. सुनील कुमार ने तमाम तथ्यों की पुष्टि की है।