श्री रेणुका जी (एमबीएम न्यूज़) : भगवान परशुराम और उनकी मां रेणुका के अनोखे मिलन के साथ अंतरराष्ट्रीय रेणुका जी मेला शुरू हो गया है। देव पालकियो के अभिन्दन के साथ ही मेला प्रारम्भ हो जाता है। हर वर्ष सूबे का सीएम ही देव पालकियो का स्वागत करता है, साथ ही देव पालकियो को कंधा दिया जाता है, लेकिन इस बार चुनाव आचार संहिता होने की वजह से यह सौभाग्य डीसी बीसी बडालिया को मिला।
डीसी के साथ एसडीएम कृतिका कुल्हारी (आईएएस) भी देव पालकियो को कंधा दिया। मां बेटे के मिलन का गवाह बनने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ आया। मान्यता है, आज के दिन मां रेणुका और भगवान परशुराम एक-दूसरे से मिलते हैं। मां-बेटे का यह मिलन पूरे एक साल बाद होता है। शोभायात्रा दोपहर बाद खेल प्रांगण से शुरू होकर ददाहू बाजार, गिरीपुल, बेढ़ोण गांव, देवशिला मेला परिसर और रेणु मंच से होते हुए रेणुका जी तीर्थ के त्रिवेणी घाट पर पहुंची। जहां हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में मां-पुत्र और दो देवताओं का मिलन करवाया गया।
हजारों लोग इस ऐतिहासिक मिलन के साक्षी बने प्राकृतिक लोक वाद्ययंत्रों, ढोल नगाड़ों की मधुर ध्वनि के बीच निकली शोभायात्रा में भगवान परशुराम के प्राचीन और प्रसिद्ध जामू मंदिर, कटाह मंदिर, माशु देवता और मंडलाह के मंदिरों से लाई गई देव पालकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। श्रद्धालुओं ने देवताओं के दर्शन पाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं की भीड़ भगवान परशुराम और मां रेणुका का जयघोष करते हुए आगे बढ़ रही थी।
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