बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा 68 सीटो पर अपने प्रत्याशी घोषित करने के बाद भाजपा से टिकट न मिलने के मिलने वाले उम्मीदवार अगली रणनीति बनाने में लग गए है। जिसमें से कुछ उम्मीदवार कांग्रेस से चुनाव लड़ सकते है। वहीँ कुछ उम्मीदवार निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने की तयारी कर रहे है।
बिलासपुर जिला की झंडूता विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक रिखी राम कौंडल कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते है। जब भाजपा ने रिखी राम कौंडल का टिकट काट कर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी जेआर कटवाल को टिकट देने की सुचना आई थी, उसी समय कौंडल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। सूत्रों के मुताबिक इस खबर के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेताओ ने कौंडल से संपर्क कर उन्हें कांग्रेस पार्टी से टिकट दिलवाने की बात कहीं थी।लेकिन उसी समय केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कौंडल को अभी कोई फैसला लेने के लिए मना किया हुआ था। जिस पर कौंडल भी फाइनल लिस्ट जारी होने के इन्तजार में थे।
वुधवार शाम को भाजपा द्वारा जारी लिस्ट में कौंडल का टिकट काटने के बाद अब कौंडल कांग्रेस से चुनाव लड़ सकते है ! गौरतलब है कि इस समय झंडूता से कांग्रेस भी अपना टिकट बदलने के मुड में है और यहाँ से अपना टिकट वीरू राम किशोर की जगह राहुल गाँधी के करीबी युवा नेता विवेक कुमार को दे सकती है । विवेक कुमार ने यहाँ से अपना चुनाव प्रचार काफी समय पहले शुरू कर दिया था और इस बार चुनाव लड़ने की तैयारी में है। वहीँ अब रिखी राम कौंडल ने कांग्रेस नेताओ के साथ बातचीत शुरू कर दी है। कांग्रेस अब यहाँ से अपना टिकट बदल कर रिखी राम कौंडल को दे सकती है।
रिखी राम कौंडल पहले ही एलान कर चुके है कि वह इस बार अपने जीवन का अंतिम चुनाव लड़ेंगे चाहे पार्टी टिकट दे या नही। अगर टिकट मिलता है तो ठीक नहीं तो निर्दलीय। रिखी राम कौंडल का अंतिम चुनाव होने के नाते झंडूता विधानसभा के लोग रिखी राम कौंडल को अपने सिम्पैथी वोट देने के हक़ में है। अब देखना यह होगा की रिखी राम कौंडल कांग्रेस से चुनाव लड़ते है या निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में। दोनों ही सूरतो में भाजपा के लिए नुक्सान और कांग्रेस के लिए फायदा है ! गौरतलब है कि भाजपा द्वारा वर्तमान विधायको के टिकट काटने से भाजपा को भारी नुक्सान झेलना पड़ सकता है।