चंबा (एमबीएम न्यूज़ ) : मुख्यालय के निकटवर्ती परेल के समीप रावी नदी पर निर्मित पुल के ढहने से कई सवाल पैदा हो गए है। आज सुबह जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त पुल के उपर से एक कार, टिप्पर और मोटरसाईकिल गुजर रहा था। नतीजतन पुल के गिरते ही मोटरसाईकिल नीचे जा गिरा। जबकि टिप्पर उपर ही फंस गया ।
करोड़ो की लागत से निंर्मित पुल महज 15 साल में ही दम तोड़ गया। डीसी चंबा ने कहा कि परेल पुल का निर्माण नाबार्ड के तहत किया गया है। वर्ष 2003 में सडक का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और यह कार्य वर्ष 2005 में पूरा हो गया था। उन्होंने कहा कि हादसे में तीन वाहन क्षतिग्रस्त हुए है। उन्होंने कहा कि पीडब्लयूडी के आला अधिकारियो को सूचित कर दिया गया है। लिहाजा शिमला से विभाग का तकनीकी विंग मामले की जांच करेगा। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई है।
उन्हेांने कहा कि आरंभिक तौर पुल के गिरने की बजह नक्शे में खामी या फिर निर्माण में घटिया मैटीरियल का प्रयोग होना माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन्हीं दो बिदूुंओं पर जांच होगी और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी। हादसे में छह लोग घायल हो गए , जिन्हें उपचार के लिए स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों समेत पुलिस ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया है और छानबीन आरंभ कर दी है।
वर्ष 2003 में इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और यह 2005 में कार्य पूरा हुआ था। अलबता निर्माण के महज 15 वर्षो के भीतर ही इसके गिरने से निर्माण कार्य पर भी सवाल खडे हो गए है।जानकारी के अनुसार गुरूवार को परेल पुल अचानक गिर गया है। घायलों में वीरेंद्र कुमार निवासी कुपाडा, मनोज निवासी भद्रम, चैनी निवासी मंगला, ज्ञान सिंह निवासी तडोली, रवि निवासी नखली व अनिल निवासी भद्रम शामिल है, घायलों की हालत खतरे से बाहर है। हादसे का पता चलते ही डीसी चंबा सुदेश कुमार मोख्टा अन्य अधिकारियों सहित मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।