दिल्ली / शिमला (एमबीएम न्यूज): राज्य में 2017 विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त एके ज्योति ने हिमाचल विधानसभा चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। आयोग के इस ऐलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। इसके साथ ही सरकार के उद्घाटन व शिलान्यास तत्काल प्रभाव से बंद हो जाएंगें। साथ ही सरकार की योजनाओं के बडे-बडे होर्डिंग्ज हटाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। हालांकि आयोग की पत्रकारवार्ता ठीक 4 बजे शुरू हो गई थी, लेकिन चुनावी कार्यक्रम का ऐलान 4:25 बजे के आसपास हुआ।
संपत्ति व अन्य जानकारी से जुड़ा हलफनामा दाखिल न करने पर छंटनी के दौरान नामाकंन पत्र रद्द कर दिए जाएंगें। प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में 7521 मतदान केंद्र बनाए गए है। हरेक उम्मीदवार को 28 लाख रूपये खर्च करने की इजाजत होगी। 30 दिन के भीतर खर्च का ब्यौरा देना होगा। आयुक्त के मुताबिक पेड न्यूज को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जा चुके है। प्रदेश में जुलाई से सितबंर तक विशेष अभियान के दौरान 1 लाख 25 हजार नए मतदाता पंजीकृत हुए है जबकि 47 हजार 200 के नाम काटे गए है।
भारत निर्वाचन आयोग ने आज सुबह 4 बजे पत्रकारवार्ता का ऐलान किया था। इसी के बूते यह माना जा रहा था कि आज शाम 4 बजे तक आचार संहिता लग जाएगी। गौरतलब है कि मौजूदा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल 7 जनवरी 2018 को पूरा हो रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 में से 36 सीटों पर कब्जा किया था। भाजपा की झोली में 26 सीटें आई थी। 5 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी जबकि एक सीट हिमाचल लोकहित पार्टी ने जीती थी। 1985 के बाद से कभी भी ऐसा नहीं हुआ है जब किसी सरकार ने राज्य में रिपीट किया हों।
राज्य में पहली बार मतदाता सत्यापन पर्ची (VVPAT) का इस्तेमाल होगा। भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले विधानसभा चुनाव का ऐलान 3 अक्तूबर को किया था। जिसकी अधिसूचना 10 अक्तूबर को जारी की गई थी।