नाहन (एमबीएम न्यूज): आप शायद यकीन न करें, मगर यह हकीकत है कि महज 14 साल की प्रतिष्ठा कुंवर को कुदरत ने अदभुत हुनर से नवाजा है। यह अलग बात है कि अपनी मेहनत व लगन से हुनर को तराशती आ रही है। बात उस वक्त की है, जब प्रतिष्ठा पांचवी कक्षा में पढ़ रही थी। तब एक ऐसा स्कैच बनाया कि बेटी के दिलो दिमाग में स्कैच बनाने का जुनून सवार हो गया।
अहम बात यह भी है कि प्रतिष्ठा केवल पेंसिल के इस्तेमाल से ही एक ऐसा स्कैच तैयार कर देती है, जो मानों बनने के बाद बोल उठेगा। दीगर बात है कि स्कैच बनाने का कुछ हुनर विरासत में भी मिला है। पिता कुंवर निर्भय सिंह के अलावा दादा कुंवर सत्यदेव सिंह भी इस कला में महारत रखते हैं, लेकिन प्रतिष्ठा कुंवर ने तो सबको पीछे छोडऩे की ही ठान रखी है। चूंकि पिता पंचकूला में सैटल हैं, लिहाजा वहीं दसवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने जब पिता द्वारा सोशल मीडिया में शेयर किए गए बेटी के स्कैच देखे तो हैरानी हुई कि नन्हीं बेटी इतनी खूबसूरत कला की धनी कैसे हो सकती है। बहरहाल संपर्क साधने पर प्रतिष्ठा कुंवर ने बातचीत की। बताया कि दो बार स्कैच प्रदर्शित भी किए हैं। उन्होंने कहा कि स्कैच बनाना पूरी तरह से मूड पर निर्भर करता है। ऐसा नहीं है कि रोज स्कैच बनाती है। प्रतिष्ठा का यह भी कहना है कि पिता के अलावा मां अंजली कुंवर व बहन-भाईयों का पूरा सहयोग मिलता है।
कुल मिलाकर अगर आप प्रतिष्ठा के हुनर को बारीकी से देखकर आकलन करेंगे तो यकीकन दांतों तले उंगली दबाने को विवश हो जाएंगे।