मंडी( वी कुमार ): मणिपुर में मंडी के पंडोह गांव का इंद्र सिंह शहीद हो गया है। 35 वर्षीय इंद्र सिंह असम राईफल में वर्ष 2003 से मणीपुर में ही तैनात था। गश्त
के दौरान नकसलियों द्वारा बिछाए गए माइंस( बारूदी सुरंग ) पर पांव रखने से हुए धमाके में इंद्र सिंह शहीद हो गया। इंद्र सिंह के साथ एक अन्य जवान भी शहीद हो गया है।
सोमवार सुबह करीब 7 बजे घटी इस घटना की जानकारी परिजनों को 9 बजे दे दी गई। शहीद का शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया है। घर पर शहादत की सूचना मिलते ही पूरा परिवार गम में डूब गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद इंद्र सिंह के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। शहीद का एक भाई और दो बहनें हैं। शहीद अपने पीछे 29 वर्षीय पत्नी इंदु, 7 वर्षीय पुत्र उदय सिंह और बूढ़ी मां को छोड़ गया है।
बताया जा रहा है कि शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार तक पैतृक गांव पहुंच सकता है। परिजनों को अपने वीर सपूत की शहादत पर तो नाज है लेकिन नकसलियों द्वारा आए दिन किए जा रहे ऐसे कारयाना हमलों को लेकर भारी आक्रोश भी है। परिजनों ने सरकार ने नक्सलवाद पर ठोस कार्रवाही की मांग की है ताकि आए दिन शहीद हो रहे देश के वीर सपूतों को ऐसे कायराना हमलों से बचाया जा सके।
शहीद इंद्र सिंह जून महीने में छुट्टियां काटने घर आया था और जुलाई महीने में वापस डयूटी पर लौटा था। रविवार रात को ही शहीद ने अपने परिवार वालों से फोन पर बात की थी और अपनी खैरियत के बारे में बताया था, लेकिन सुबह तक परिजनों को कुछ और सूचना प्राप्त हुई। परिजनों ने सरकार से पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द घर पहुंचाने की गुहार लगाई है।