पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज़): सामाजिक संगठन “हिमाचल यूथ बिग्रेड़” की कथित कारगुजारी से कई सवाल खड़े हो गए हैं। रिक्शा चालक को न्याय दिलवाने के लिए आज लोग सड़कों पर उतर आये। लोग इस संस्था का रजिस्ट्रेशन रद्द करने व आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए है।
गौरतलब है कि इस संस्था ने कुछ साल पहले एक कांग्रेसी नेता से भी मारपीट भी की थी। इसके बाद एक पत्रकार के साथ भी मारपीट की है। मगर इसके बाद वीरवार को एक रिक्शा चालक सोनू के साथ मारपीट होने के बाद से लोगो में रोष पैदा हो गया है। जिस कारण लोग अब खुलकर संस्था के खिलाफ बोलने लगे हैं। वीरवार की रात को बद्रीपुर निवासी रिक्शा चालक जसवंत सिंह उर्फ़ सोनू के साथ कुकर्म व मारपीट का आरोप चार लोगों पर लगा है। इसमें हिमाचल यूथ बिग्रेड़ के अध्यक्ष परमिंद्र सिंह पम्मी भी शामिल है।
शहर में कुछ साल पहले युवकों ने मिलकर हिमाचल यूथ ब्रिगेड संस्था बनाई थी। इसके बाद यह संस्था समाज सेवा में अपना योगदान देती रही है। लेकिन अब इसकी पहचान गुंडागर्दी के लिए होने लगी है।
हाल ही में विधानसभा चुनाव में संस्था के पदाधिकारियों ने घर-घर जाकर सुखराम चौधरी के लिए वोट मांगे। इससे साफ हो गया है कि संस्था को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा है। कांग्रेस व भाजपा के दोनों नेता पहले इस संस्था की खूब तारीफ करते नजर आए। मगर अब मारपीट के मामले के बाद कांग्रेस व भाजपा के नेताओं कुछ बोलने का तैयार नहीं हो रहे। पिछले चुनाव में संस्था ने निर्दलीय प्रत्याशी किरनेश जंग के लिए वोट मांगे थे।
उधर संस्था का तर्क है कि आरोपी पदाधिकारियों को निष्कासित कर दिया गया है। फ़िलहाल कुकर्म, मार-पिटाई व अश्लील वीडियो बनाने के जुर्म में पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है।