शिमला (एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग ने पोस्ट कोड संख्या 482 व 484 के दूसरे चरण का नतीजा तैयार कर रखा है। लेकिन पेंच चुनाव आयोग की अनुमति से अड़ा हुआ है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को इस परीक्षा से जुड़े दर्जनों अभ्यार्थियों के लगातार नतीजे को लेकर मैसेज मिल रहे हैं। लिहाजा इस मसले पर आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर से बातचीत की गई।
दरअसल अभ्यार्थियों में इस बात को लेकर भी संशय चल रहा है कि जब लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के अंतिम नतीजे जारी कर रहा है तो कर्मचारी चयन आयोग क्यों कार्रवाई नहीं कर रहा। इस बारे डॉ. कंवर ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अलावा यूपीएससी को चुनाव आचार संहिता में परिणाम जारी करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि कर्मचारी चयन आयोग का सीधा नियंत्रण कार्मिक विभाग से होता है। लिहाजा अनुमति जरूरी है।
यह भी पता चला है कि चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है, जिसके अनुमोदन पर नतीजे जारी करने की अनुमति आयोग दे सकता है। एक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के मुताबिक कर्मचारी चयन आयोग ने कार्मिक विभाग के माध्यम से कमेटी के समक्ष भी मामला उठाने की कार्रवाई 4-5 दिन पहले शुरू कर दी थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा जुटाई गई पुख्ता जानकारी के मुताबिक 5 से 7 दिन के भीतर 482 व 484 के नतीजे जारी हो सकते हैं, लेकिन पोस्ट कोड संख्या 556 के नतीजे में समय लग सकता है।
उधर नरेश (मंडी), अमित (कांगड़ा), अरुण चौधरी (धर्मशाला) व भनेश्वर सिंह (शिमला) इत्यादि ने कहा कि एक साल से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद परिणाम अधर में लटके हुए हैं। इस कारण बेरोजगारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।