शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल भाजपा ने विधानसभा चुनाव में बगावत करने वालों के मामले में यू टर्न लेना शुरू कर दिया है। भाजपा ने शिमला संसदीय सीट में विस चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल उन नेताओं व कार्यकर्ताओं के निष्कासन को निरस्त कर दिया है, जिन्हें भाजपा के मण्डल अध्यक्षों ने पार्टी से बाहर कर दिया था।
पूर्व में मंत्री व भाजपा की तेजतर्रार नेत्री श्यामा शर्मा सहित अन्य बड़े नेताओं के लिए यह बड़ी राहत की बात है। हाल ही में सिरमौर जिले के नाहन भाजपा मंडल ने श्यामा शर्मा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर निष्कासित कर दिया था। श्यामा शर्मा पर आरोप लगा था कि उन्होंने चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है। इसी तरह रेणुका भाजपा मंडल ने भी कई कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया था। लेकिन अब प्रदेश भाजपा ने इन सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं के निष्कासन को रद्द करते हुए इन्हें पार्टी में वापिस ले लिया है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री चंदमोहन ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि 9 नवंबर के बाद शिमला संसदीय क्षेत्र में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल कार्यकर्ताओं का मण्डल अध्यक्षों द्वारा किये गये निष्कासन व निलंबन को निरस्त कर दिया गया है। इस बाबत भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने आदेश जारी किए हैं।
चंद्रमोहन ठाकुर ने आगे बताया कि निष्कासन सम्बन्धी कोई भी कार्यवाही भाजपा अध्यक्ष की संतुति के बगैर न की जाए, क्योंकि की गई कार्यवाही संविधान सम्मत नहीं है। लिहाजा इस तरह की की गई सभी कार्यवाहियों को निरस्त किया जाता है।
उन्होंने शिमला संसदीय क्षेत्र के सभी मण्डल अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि यदि विधान सभा चुनावों के दौरान किसी कार्यकर्ता ने पार्टी विरोधी कार्य किया है तो उससे सम्बन्धित सभी दस्तावेज 10 दिसम्बर से पहले पार्टी के प्रदेश कार्यालय को प्रदेश अध्यक्ष के संज्ञान हेतु भेजा जाए।