ऊना (एमबीएम न्यूज़) : मतगणना केंद्र पर जब आप जाएंगे तो आपको कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ हालात ऐसे दिखेंगे कि जैसे आप अति संवेदनशील प्रदेशों यूपी या बिहार जैसे राज्यों की मतगणना का हिस्सा बन रहे हैं। चुनाव आयोग के नए आदेशो के अनुसार हिमाचल में मतगणना कड़े सुरक्षा प्रबंधों के साथ-साथ नए मापदंडों के बीच होगी। चुनाव आयोग ने सभी मतदान मतगणना केंद्रों पर हर टेबल के पास 6 से 8 फुट तक जाली लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले यह जाली डेढ़ फुट की रहती थी।
मतगणना कर्मचारी ईवीएम के साथ जाली के इस तरफ रहेंगे और जबकि चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के काउंटिंग एजेंट जाली के बाहर रहकर पूरी प्रक्रिया को देख सकेंगे। ईवीएम के पास आना एजेंट के लिए मुमकिन नहीं होगा। ईवीएम का रिजल्ट जाली से बाहर एजेंट को दिखाया जाएगा। मतगणना केंद्रों पर जाली लगने के आदेश मिलते ही प्रदेश भर में चुनाव अधिकारियों ने जालियां बनाने के आर्डर दे दिए हैं। इसकी बकायदा निगरानी रखी जा रही है, ताकि समय पर मतगणना केंद्रों पर यह जालियां उपलब्ध हो सके।
यही नहीं विधानसभा क्षेत्र की बैलेट पेपर, ईवीएम की गिनती खत्म होने के बाद रिजल्ट घोषित होने में टाइम लगेगा। क्योंकि इससे पहले चुनाव आयोग के निर्देश अनुसार ड्रॉ से किसी एक बूथ की वीवीपैट की पर्चियों को भी गिना जाएगा। वीवीपैट मशीन की पर्चियों की गिनती एक पिंजरे में होगी ताकि वीवीपैट मशीन की पर्चियों के साथ कोई छेड़खानी ना कर सके। काउंटिंग एर्जेंट पिंजरे से बाहर से इस गिनती को देख पाएंगे।
जबकि वीवीपैट मशीन के साथ कर्मचारी पिंजरे के अंदर जाकर इसकी गिनती करेंगे। पिंजरे को बनाने के लिए भी ऑर्डर दे दिए गए हैं। इस गिनती को ईवीएम की गिनती के साथ मिलाया जाएगा, उसके बाद फाइनल रिजल्ट चुनाव अधिकारी द्वारा घोषित किया जाएगा। यह पहली मर्तबा हो रहा है कि इतनी बड़ी जालियां व पिंजरे लगेंगे और चुनाव की मतगणना पूरी तरह से सुरक्षित करने के इरादे से चुनाव आयोग ने यह कदम उठाए हैं।
हालांकि हिमाचल में स्थिति अन्य राज्यों की तरह नहीं है। लेकिन बावजूद इसके चुनाव आयोग हिमाचल में भी मतगणना को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसके लिए हर प्रबंध पूरे करने के कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। मतगणना केंद्र पर पहुंचने वाले कर्मचारियों व राजनीतिक दलों के एजेंटों के प्रत्याशियों के लिए भी यह नया अनुभव होगा जब भी इस तरह की कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना होता देखेंगे।
ईवीएम आएंगी सुरक्षित रास्ते से
स्ट्रांग रूम से मतगणना केंद्र तक ईवीएम मशीन पूरी तरह से सुरक्षा के साथ मतगणना टेबल तक पहुंचेंगे। इसके लिए बकायदा यह निर्देश दे दिए गए हैं कि जिस रास्ते ईवीएम को लाया जाएगा उस रास्ते में बैरीकेट मनाए जाएं। अधिकारी, कर्मचारी या राजनीतिक दल का एजेंट कोई भी उस रास्ते में नहीं आ जा सकेगा। ऐसे में ईवीएम सुरक्षित तौर पर मतगणना केंद्र तक पहुंचाने का प्रबंध चुनाव आयोग कर रहा है।
अधिकारी भी नहीं ले जा पाएंगे मोबाइल
मतगणना केंद्र के अंदर चुनाव अधिकारी सहित कर्मचारी भी मोबाइल नहीं ले जा पाएंगे। चुनाव आयोग से मिले निर्देशों के अनुसार मतदान गणना केंद्र के अंदर मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। यह निर्देश भी दिए गए हैं कि इन आदेशों की सख्ती से पालना हो। इसके लिए सभी स्थानों पर प्रशासन मोबाइल बाहर रखने का ही प्रबंध कर रहा है।
आयोग के निर्देशों का हो रहा पालन : लाबरू
जिला चुनाव अधिकारी विकास लाबरू ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्र की सुरक्षा को लेकर जो निर्देश दिए हैं, उनका पालन हो रहा है।उन्होंने बताया कि जाली व अन्य जरूरी सामान को पूरा करने के प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मतगणना पूरी तरह से चुनाव आयोग के निर्देश अनुसार होगी। इसके लिए बकायदा पूरी सुरक्षा का प्रबंध किया गया है।