नाहन (एमबीएम न्यूज): स्पीकर बनकर पहली बार डॉ. राजीव बिंदल ने शाम करीब चार बजे के आसपास शहर में कदम रखा। वाल्मीकि बस्ती की महिलाओं की आंखें खुशी से छलक उठी। बहनों ने भाई का तिलक लगाकर इस्तकबाल किया तो खुद स्पीकर साहब भी भावुक हुए बगैर नहीं रह सके।
सुबह 11 बजे के आसपास जब कालाअंब पहुंचे तो ढोल-नगाड़ों के साथ जनसैलाब ने धमाकेदार स्वागत किया था। वाल्मीकि बस्ती में घंटों से थाली सजाए बहनें अपने भाई का तिलक करने का इंतजार कर रही थी, क्योंकि भाई पहली बार प्रदेश के संवैधानिक पद पर आसीन होकर पहुंचा था। यहां से खुद बिंदल ने भी बहनों के इस अनोखे स्वागत पर आभार जताया। यहां से काफिला आगे बढ़ा तो कच्चा टैंक में अंजुमन इस्लामिया के प्रतिनिधि इंतजार कर रहे थे।
मालरोड पर डॉ. वाईएस परमार की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करना भी बिंदल नहीं भूले। इसके बाद स्वागत के हार पहनते-पहनते शाम तक बिंदल गुरुद्वारा दशमेश अस्थान पहुंचे। यहां श्री गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी व सिख नौजवान सेवक जत्थे ने गर्मजोशी से स्वागत किया। करीब 9 घंटे तक डॉ. राजीव बिंदल के स्वागत का सिलसिला चला। इसमें सामाजिक संस्थाओं के अलावा औद्योगिक संगठन भी शामिल थे।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि प्रदेश की राजनीति में नाहन विधानसभा क्षेत्र को पहली दफा गरिमापूर्ण पद मिला है। विधानसभा अध्यक्ष के अलग-अलग स्थानों पर जोरदार स्वागत की वजह से शहर में आज उत्सव का माहौल भी नजर आया।