शिमला (शैलेंद्र कालरा): अगर होनहार युवा की पसंद मैनेजमेंट हो तो सपना केवल भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में दाखिला लेने का होता है। यहां भी अगर आईआईएम अहमदाबाद में दाखिला मिल जाए तो बात ही क्या। 22 साल के सूर्यकांत को आईआईएम अहमदाबाद में प्रवेश मिलने की उम्मीद है। बिलासपुर के घुमारवीं के रहने वाले सूर्यकांत शर्मा ने जो कर दिखाया है, वह असाधारण है।
हाल ही में कॉमन एंट्रेस टैस्ट (कैट) का नतीजा घोषित हुआ है। इसमें घुमारवीं के पीडब्ल्यूडी महकमे में कार्यरत शशिकांत शर्मा के बेटे सूर्यकांत ने 99.77 परसेंटाइल अर्जित किए हैं। दीगर है कि आईआईएम संस्थानों में दाखिला का परसेंटाइल एक मापदंड है। होनहार बेटे की कामयाबी इस कारण भी असाधारण है, क्योंकि यह सफलता जॉब करने के साथ-साथ हासिल की है। इंदौर में ऑटो मोबाइल सेक्टर में कार्यरत सूर्यकांत शर्मा ने कर्नाटक के एनआईटी से मैकेनिकल ट्रेड में बीटेक की है।
कैंपस प्लेसमेंट के बाद जॉब मिल गई, लेकिन अंतिम लक्ष्य आईआईएम में दाखिला था। हर कोई कैट की परीक्षा में सफलता पाने के लिए घंटों पढ़ाई करता है, लेकिन 22 वर्षीय सूर्यकांत को केवल शनिवार व रविवार का दिन ही पढ़ाई के लिए मिलता था। इंदौर से एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सूर्यकांत ने बताया कि सुबह 7 बजे डयूटी के लिए निकलना होता था। लौटते-लौटते रात हो जाती थी। लिहाजा कई मर्तबा सफर के दौरान ही अपनी नींद पूरी कर लिया करते थे।
हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन इतना जरूर है कि देश के सर्वोच्च तीन आईआईएम संस्थानों से पासआउट होने पर मैनेजमेंट के क्षेत्र में 50 से 70 लाख रुपए सालाना पैकेज मिल सकता है।
सनद रहे कि कॉलेज में पावर लिफ्टिंग व बॉडी बिल्डिंग में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद, बैगलुरू व कोलकात्ता से दाखिले की कॉल आ गई है, लेकिन इससे पहले भी इंटरव्यू व लिखित परीक्षा का सामना करना होगा। उन्होंने बताया परसेंटाइल स्कोर के अलावा दसवीं, बारहवीं व ग्रैजुएशन के आधार पर ओवरऑल मैरिट बनती है। पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर तैनात मदनकांत शर्मा ने अपने भतीजे को इस सफलता पर बधाई दी है। साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना भी की है।
एक नजर यहां भी…
8 जनवरी को जारी किए गए नतीजे में देश के 20 प्रतिभागियों ने ही 100 परसेंटाइल हासिल किए। इसमें दो लड़कियों व तीन नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राऊंड से थे। 26 नवंबर 2017 को यह परीक्षा देश के 140 शहरों में आयोजित हुई, जिसमें 1,99,632 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। देश के अलग-अलग संस्थानों में लगभग 1000 को ही दाखिले मिलेंगे, जबकि टॉपर्स को A-B-C यानि अहमदाबाद, बैंगलुरू व कोलकात्ता में दाखिला मिल सकता है।